राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र साहनी ने बैंको को निजीकरण करने का फैसले पर किया विरोध
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By
Upendra Sahni Contributors
Anchal Mishra
Swarntabh Kumar 32
दिनांक 17 मार्च 2021 को राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र साहनी ने सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों को सरकार के द्वारा निजीकरण करने का फैसले को न मानते हुए अपनी पार्टी की ओर से घोर निंदा और विरोध किया। उनका मानना है की ऐसा करने से 3000000 कर्मचारियों की रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी, इसके साथ ही वो कहते है की कांग्रेस के टाइम में प्राइवेट बैंको को राष्ट्रीयकरण किया गया था लेकिन एनडीए सरकार ने इसका उल्टा किया है, सरकारी बैंकों को निजीकरण करके कारपोरेट के हाथों में दे रहे है जो काफी चिंता काा विषय है, हमारे देश में अंग्रेज जिस प्रकार पहली बार आए तो राष्ट्रीय संपत्ति को अपने हाथों में ले लिया उसके बाद किसानों के जमीन को कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर कर दिया उसके बाद अंग्रेजों का शासन हो गया ठीक उसी प्रकार एनडीए सरकार पूरे देश की संपत्ति को निजी हाथों में दे रही है जो की लगातार इस देश को गुलामी की ओर खींचता जा रहा है। इस मौके पर श्रवण कुमार पासवान, विमल कांत झा , प्रेमनाथ मालाकार बिंदु साहनी सचिन साहनी नीलम साहनी रामजी पासवान रामसेवक बिंद राजपति देवी इत्यादि लोग उपस्थित थे।