सेव आएशाज ऑफ इंडिया कार्यक्रम के तहत अल्पसंख्यक महासभा ने अजमेर में उठाई दहेज के खिलाफ आवाज
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Haseeb Ahmad Nizami Contributors
Deepika Chaudhary
Swarntabh Kumar 0
'समर्पित सेवा के खामोशी यात्री' की तरह भारतीय अल्पसंख्यक महासभा' भारत ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया। अहमदाबाद, गुजरात में आयशा उर्फ सोनू के सुसाइड करने से उद्वेलित महासभा ने "सेव आएशाज ऑफ इंडिया" नाम से अजमेर शरीफ, राजस्थान में दिनांक 6 अप्रैल 2021 को एक कार्यक्रम आयोजित करके देश की सभी बेटियों को यह पैगाम दिया कि वह घरेलू हिंसा और दहेज की शिकार होकर अगर सुसाइड करना चाहती हैं तो वह अपना इरादा बदल दें और सेव आयशा ऑफ इंडिया से गुहार लगाएं।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आयशा के पापा लियाकत अली और उनके वकील जफ़र खान अहमदाबाद से आकर सम्मिलित हुए। उन्होंने इस मौके पर कहा कि,
कार्यक्रम का आयोजन महासभा की महिला विंग की अध्यक्ष तस्कीन चिश्ती के द्वारा किया गया, उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य दहेज पीड़ित महिलाओं की हर संभव सहायता करना है। अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हसीब अहमद निज़ामी ने इस कार्यक्रम को महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की दिशा में एक सार्थक कदम बताते हुए उम्मीद जताई कि यह संगठन बेटियों को अपनी बेशकीमती जीवन लीला समाप्त नहीं करने देगा और उन्हें एक बेहतरीन जीवन प्रदान करने देने के लिए भरसक प्रयास भी करेगा।
इसके साथ साथ निज़ामी साहब ने मोहतरमा सैयदा तस्कीन चिश्ती (अध्यक्षा, राष्ट्रीय महिला विंग, भारतीय अल्पसंख्यक महासभा, भारत) के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने देश में पहला कार्यक्रम अजमेर शरीफ में आयोजित करके मिशन की उत्कृष्ट शुरुआत कर दी है, जिसमें सभी का सहयोग होना चाहिए।