ठाकुरगंज में आयोजित भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर हुआ, राजा परीक्षित चरित्र का व्याख्यान
Leave a comment for the team.
रिसर्च को सब्सक्राइब करें
इस रिसर्च पर अपडेट पाने के लिए और इससे जुड़ने के लिए अपना ईमेल आईडी नीचे भरें.
ये कैसे कार्य करता है ?

जुड़ें और फॉलो करें
ज्यादा से ज्यादा जुड़े लोग, प्रतिभाशाली समन्वयकों एवं विशेषज्ञों को आकर्षित करेंगे , इस मुद्दे को एक पकड़ मिलेगी और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद ।

संगठित हों
हमारे समन्वयक अपने साथ विशेषज्ञों को ले कर एक कार्य समूह का गठन करेंगे, और एक योज़नाबद्ध तरीके से काम करना सुरु करेंगे

समाधान पायें
कार्य समूह पारदर्शिता एवं कुशलता के साथ समाधान की ओर क़दम बढ़ाएगा, साथ में ही समाज में से ही कुछ भविष्य के अधिनायकों को उभरने में सहायता करेगा।
आप कैसे एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं ?
क्या आप इस या इसी जैसे दूसरे मुद्दे से जुड़े हुए हैं, या प्रभावित हैं? क्या आपको लगता है इसपर कुछ कारगर कदम उठाने चाहिए ?तो नीचे फॉलो का बटन दबा कर समर्थन व्यक्त करें।इससे हम आपको समय पर अपडेट कर पाएंगे, और आपके विचार जान पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो होने पर इस मुद्दे पर कार्यरत विशेषज्ञों एवं समन्वयकों का ना सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा, बल्कि हम आपको, अपने समय समय पर होने वाले शोध यात्राएं, सर्वे, सेमिनार्स, कार्यक्रम, तथा विषय एक्सपर्ट्स कोर्स इत्यादि में सम्मिलित कर पाएंगे।
समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
अपने सोशल नेटवर्क पर शेयर करें
हर छोटा बड़ा कदम मायने रखता है, अपने दोस्तों और जानकारों से ये मुद्दा साझा करें , क्या पता उन्ही में से कोई इस विषय का विशेषज्ञ निकल जाए।
क्या आपके पास कुछ समय सामजिक कार्य के लिए होता है ?
इस एक्शन ग्रुप के सहभागी बनें, एक सदस्य, विशेषज्ञ या समन्वयक की तरह जुड़ें । अधिक जानकारी के लिए समन्वयक से संपर्क करें और अपने बारे में बताएं।
By
Anurag Pandey Contributors
Princy Gupta 0
राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज में भारतीय ब्राह्मण महासभा के द्वारा परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर बाबा गोमती दास स्थल श्री परशुराम मंदिर घास मंडी में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा के अन्तर्गत द्वितीय दिवस पर पंडित अरविंद महाराज के द्वारा महाभारत उपाख्यान,राजा परीक्षित का जन्म शाप एवं शुकदेव आगमन आदि की कथा का व्याख्यान किया गया। जिसमें मुख्य रूप से कार्यक्रम के संयोजक, निवेदक एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य अधिवक्ता अनुराग पांडेय सम्मिलित हुए।
गौरबतलब है कि इस दौरान कार्यक्रम संयोजक अनुराग पांडेय ने बताया कि अक्षय तृतीया दिनांक 10 मई को सुबह हवन पूजन में पूरे क्षेत्र के सनातन धर्मावलंबी सम्मिलित होंगे। जिसमें उन्होंने निवेदक के रूप में सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं भक्तजनों को आमंत्रित किया।
बता दें कि इस महोत्सव में भागवत कथा का महत्व बताते हुए, अरविंद महाराज ने बताया कि अगर एक वृक्ष में कई फल लगे हो तो तोता सबसे मीठे फल पर मुख लगाता है। भागवत भी इसी प्रकार का मीठा फल है जो खाने के बाद ईश्वर साक्षात हमारे शरीर में विद्यमान हो जाते है। उनका कहना है कि जिस प्रकार मधुमक्खी के छत्ते का महत्व उसमे स्थित शहद के कारण होता है अर्थात् मधुमक्खी के छत्ते का सार शहद है इसी प्रकार भागवत कथा का सार है ब्रह्म चर्चा।उन्होंने बताया जो ब्रह्म की स्थापना हृदय में करा दे उसे ही भागवत कथा कहते है। वहीं इस अवसर पर अनुराग पांडेय के साथ समिति के कार्यकर्ता, कार्यक्रम के अन्य अयोजकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं तमाम भक्तजनों की उपस्थिति ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।