राधाग्राम में गूँजे फाग के मनमोहक गीत, होली के रंगों से गुलजार हुआ ठाकुरगंज
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Anurag Pandey Contributors
Anurag Pandey
Prachi Mishra 0
लखनऊ इस समय पूरी तरह से होलीमय हो गया है और चारों ओर अबीर-गुलाल के रंगों की महक छाई हुई है। इसी क्रम में लखनऊ के ठाकुरगंज वार्ड में पार्षद अनुराग पाण्डेय के निवास स्थान राधाग्राम में होलिकोत्सव के फगुआ गीतों का आनंद चल रहा है और आनंदमयी फुहार से पूरा क्षेत्र सरोबार है। भारतीय संस्कृति को स्वयं में समेटे होली के पर्व में फगुआ गीतों का महत्व बहुत अधिक है, लेकिन आज आधुनिकता की दौड़ में हमारा समाज इन गीतों की मधुरता को भूलता जा रहा है।
आज भी विभिन्न क्षेत्रों में लोग अपनी भारतीय परंपराओं को याद रखे हुए हैं। उत्तरी भारत के ग्रामीण इलाकों में बसंत पंचमी के बाद फाग की धुन मंजीरे तथा ढोलक की थाप पर होली के पारम्परिक गीतों के साथ देर रात तक चहुंओर सुनाई पड़ती थी, जो फाल्गुन महीना होने का आभास कराती थी। हालांकि यह परम्पराएं अब बेहद सिमट गई हैं और कहीं कहीं ही इनकी भव्यता नजर आती है। राधाग्राम में भी होली के बासंती उत्सव पर इन फाग गीतों की छटा मंत्रमुग्ध कर देने वाली थी।
इस अवसर पर पार्षद अनुराग पाण्डेय ने सभी क्षेत्रवासियों को होली के उत्सव पर उपहार वितरण किए और त्यौहार की मंगल कामनाएं देते हुए कहा कि आधुनिकता का चाहे जितना भी रंग चढ़ा हो, पर होली की प्राचीन परंपरा और गीत आज भी अपना अलग महत्व रखते हैं। यह हमारी प्राचीन सभ्यता, संस्कृति व लोक परंपरा का द्योतक है। होली के गीतों में मिठास होने के साथ यह हमें अपनी परंपराओं से जुड़े रहने के संदेश देने के साथ समाज को भी सुंदर बनाता है।