कोरोना विशेष - क्यों न सकारात्मक ऊर्जा में बदला जाये भारतीय मीडिया की ताकत को
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Ramzan Ali 26
भारत में मीडिया की ताकत और आम जनमानस तक उसकी पहुंच किसी से छिपी नहीं है लेकिन यह अधिकतर नकारात्मकता की ओर जाती हुयी दिखाई देती है क्यों ना मीडिया की इस ताकत को सकारात्मक ऊर्जा में बदला जाए.
अब कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी हिन्दु-मुस्लिम मुद्दे का आना शर्मनाक है. अगर किसी जमात के लोगों ने गलती की है तो उसके लिए सरकार, प्रशासन, अदालत सभी हैं. उन पर कार्यवाही होगी और उन्हें सज़ा भी मिलेगी लेकिन मीडिया ने जिस तरह नकारात्मक ढंग से इसका प्रचार किया उससे दो-तीन हजार लोगों के कारण देश के लगभग बीस करोड़ मुसलमान शक के दायरे मे आ गये. जगह-जगह से खबरें आने लगी कि मुसलमानों को अपनी कॉलोनी में मत आने दीजिये, ये कोरोना फैला रहे हैं और ऐसी अनगिनत अफवाहें.
हम सब इस देश के नागरिक हैं. हम तरक्की पसंद नागरिक है, इसलिए हमें हर हाल में देश को बरबादी से बचाना है. संकट के इस समय में हमें आपसी भाईचारा कायम करना होगा. न्यूज़ चैनलों का हमें बहिष्कार भी नही करना है बल्कि हमें एक सुर में आवाज़ देनी है कि जो न्यूज़ चैनल अपना समय हिन्दु-मुसलमान डिबेट में बर्बाद कर देश को नकारात्मक ऊर्जा दे रहे हैं, वही न्यूज़ चैनल ऐसी खबरें चलायें जो देशहित मे हो.
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, अवसर, टेक्नालाजी, कंप्यूटर, स्पेस, विज्ञान, अर्थशास्त्र, मेडिकल, इंजीनियरिंग, पालिटिक्स, पैरामेडिकल, फार्मेसी, कृषि, वेटनरी, होम साइंस, फिसरीज़, फारेस्टरी, इतिहास, भूगोल, कामर्स, आर्ट, भू-विज्ञान, खगोलशास्त्र, फाइन आर्ट, पोल्ट्री, व्यापार, एकाउंटेंसी, हिन्दी, इंग्लिश, ऊर्दू, संस्कृत, अरबी, फारसी, रिसर्च, भौतिकी, रसायनशास्त्र, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, गणित, स्टैटिस्टिक्स, जर्नलिज्म, मास-कम्युनिकेशन आदि-आदि विषयों पर इतनी चर्चा यह मीडिया चैनल कराएं कि बच्चे-बच्चे के दिमाग मे घुस जाये कि इन विषयों के ज्ञान बिना तो हमारा जीवन अधुरा है. इस प्रकार देश के प्रति सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी और हमारे देश की तरक्की को कोई नही रोक सकता.
आओ प्रण लें कि हमे हिन्दु-मुस्लिम जैसे भेदभाव वाले डीबेट मे न पड़ कर, सकारात्मक डिबेट का हिस्सा बनना है और अपने मन से नफरतें निकाल कर पहले इस वैश्विक महामारी से जंग जीते और फिर हिन्दुस्तान को तरक्की पर ले जाने के लिए एक नयी जंग की तैयारी करे और उसे भी जीतने का प्रण लें.