कानपुर नगर निगम कार्यालय में की मिट्टी के घड़े और कुल्हड़ों की व्यवस्था
Leave a comment for the team.
रिसर्च को सब्सक्राइब करें
इस रिसर्च पर अपडेट पाने के लिए और इससे जुड़ने के लिए अपना ईमेल आईडी नीचे भरें.
ये कैसे कार्य करता है ?
![start a research](/static/img/sad128-min.png)
जुड़ें और फॉलो करें
ज्यादा से ज्यादा जुड़े लोग, प्रतिभाशाली समन्वयकों एवं विशेषज्ञों को आकर्षित करेंगे , इस मुद्दे को एक पकड़ मिलेगी और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद ।
![start a research](/static/img/gm128-min.png)
संगठित हों
हमारे समन्वयक अपने साथ विशेषज्ञों को ले कर एक कार्य समूह का गठन करेंगे, और एक योज़नाबद्ध तरीके से काम करना सुरु करेंगे
![start a research](/static/img/celebrations128-min.png)
समाधान पायें
कार्य समूह पारदर्शिता एवं कुशलता के साथ समाधान की ओर क़दम बढ़ाएगा, साथ में ही समाज में से ही कुछ भविष्य के अधिनायकों को उभरने में सहायता करेगा।
आप कैसे एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं ?
क्या आप इस या इसी जैसे दूसरे मुद्दे से जुड़े हुए हैं, या प्रभावित हैं? क्या आपको लगता है इसपर कुछ कारगर कदम उठाने चाहिए ?तो नीचे फॉलो का बटन दबा कर समर्थन व्यक्त करें।इससे हम आपको समय पर अपडेट कर पाएंगे, और आपके विचार जान पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो होने पर इस मुद्दे पर कार्यरत विशेषज्ञों एवं समन्वयकों का ना सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा, बल्कि हम आपको, अपने समय समय पर होने वाले शोध यात्राएं, सर्वे, सेमिनार्स, कार्यक्रम, तथा विषय एक्सपर्ट्स कोर्स इत्यादि में सम्मिलित कर पाएंगे।
समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
अपने सोशल नेटवर्क पर शेयर करें
हर छोटा बड़ा कदम मायने रखता है, अपने दोस्तों और जानकारों से ये मुद्दा साझा करें , क्या पता उन्ही में से कोई इस विषय का विशेषज्ञ निकल जाए।
क्या आपके पास कुछ समय सामजिक कार्य के लिए होता है ?
इस एक्शन ग्रुप के सहभागी बनें, एक सदस्य, विशेषज्ञ या समन्वयक की तरह जुड़ें । अधिक जानकारी के लिए समन्वयक से संपर्क करें और अपने बारे में बताएं।
By
Manoj Kumar Rathore Contributors
Amit Singh
Prachi Mishra 0
बढ़ते पारे के साथ ही गर्मी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कानपुर नगर निगम के कार्यालय में आज नव नियुक्त कार्यकारिणी सदस्य और भाजपा पार्षद (वार्ड 29, ट्रांसपोर्ट नगर) मनोज राठौर ने सभी के लिए घड़े के ठंडे पानी और पानी पीने के लिए मिट्टी के कुल्हड़ों की व्यवस्था की। इस मौके पर उनके साथ साथी पार्षद विकास जैसवाल, रमेश हटी इत्यादि भी मौजूद रहे। इस दौरान कानपुर महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय भी उपस्थित रही।
गौरतलब है कि मिट्टी के घड़ों या मटकों में रखा शीतल जल फ्रीज़ के पानी से कहीं अधिक बेहतर होता है। मिट्टी के बर्तनों में पानी प्रदूषित नहीं होता, हर तरह से घड़ों व सुराही का पानी शुद्ध ठंडा होता है क्योंकि मिट्टी का क्षारीय गुण पानी की अम्लीयता समाप्त करता है इसी कारण पानी में मीठापन व सौंधापन होता है। पहले के समय में मिट्टी के प्राकृतिक गुणों के कारण ही मिट्टी से बने बर्तनों में खाने पीने की चीजें संरक्षित की जाती थी, जिसका स्थान आज इलेक्ट्रॉनिक तकनीक ने ले लिया है। भले ही फ्रीज़ इत्यादि के चलन से आज मिट्टी के घड़ों का प्रयोग कम होने लगा है किन्तु आज भी गांव-देहात में घड़ों का प्रयोग गर्मियों में बहुतायत होता है, वहीं शहरों में भी अपनी मिट्टी से जुड़े लोग आज भी मटकों का प्रयोग करते हैं।