एमसीडी चुनाव और चुनाव सुधार को लेकर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अभिनव मिश्रा का साक्षात्कार
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By
Swarntabh Kumar 36
चुनाव सुधार आज के समय में एक ऐसी प्रक्रिया है जो लोकतांत्रिक और प्रजातांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए बेहद जरूरी है. आज के समय में आप अक्सर यह समाचार सुनते आए होंगे कि चुनाव के ठीक पहले कहीं पैसे बांटे गए, कहीं शराब का इस्तेमाल किया गया तो कहीं पार्टी दी गई वगैरा-वगैरा. ऐसे में हम जिस गर्व से कहते हैं कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है वैसी स्थिति में आज यह सोचने की जरूरत है कि इन प्रजातांत्रिक मूल्यों को हम कैसे बचा पाए. उसके लिए बेहद जरूरी है कि चुनाव सुधार के लिए कुछ ठोस और कड़े निर्णय लिए जाएं.
ऐसा ही एक ठोस कदम जनमेला है. हमारे जनमेला की अवधारणा ही चुनाव सुधार को लेकर बनाई गई है. आज के समय में होने वाली बड़ी बड़ी रैलियां, रोड शो, महीनों चलने वाले चुनाव प्रचार और चुनाव के दौरान होने वाले शोरगुल और इस दौरान लगातार चलने वाला तामझाम बेवजह पैसों की बर्बादी है और कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार का पोषक भी.
चुनाव सुधार की कोशिश में लगी हुई हमारी टीम बड़े चुनाव के साथ-साथ छोटे स्तर पर होने वाले चुनाव पर भी अपनी पैनी निगाह बनाए रखी है. ऐसे में हमारी टीम दिल्ली के एमसीडी इलेक्शन में भी सक्रिय रही. हमने एमसीडी प्रचार के तौर-तरीकों पर भी ध्यान दिया और एमसीडी उम्मीदवारों के साथ बातचीत की और उनका मत जानने की कोशिश की. साथ ही एमसीडी चुनाव के तौर तरीकों और प्रचार प्रसार पर हम आम लोगों से भी मिले और उनकी राय जानी की वह चुनावों में क्या सुधार लाने की गुंजाइश देखते हैं और किस तरह के बदलाव की जरूरत महसूस करते हैं.
हमने एमसीडी चुनाव में खड़े उम्मीदवारों से यह जानने की कोशिश की कि देशहित और चुनाव सुधार के लिए वह क्या सोचते हैं. हमने आम आदमी पार्टी के एमसीडी उम्मीदवार अभिनव मिश्रा से भी इसी सिलसिले में बात की. शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, भारत की अर्थव्यवस्था से लेकर हमने उनसे जनमेला से जुड़े प्रश्न भी किए और यह जानने की कोशिश की कि चुनाव सुधार को लेकर उनका उनकी क्या सोच है वह क्या मानते हैं.
समाज के लिए वह कुछ करने की ललक लिए और बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के अभिनव ने इस क्षेत्र में अपना कदम रखा है. मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र रहे अभिनव देश और समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं और इसके लिए वह उम्दा सोच भी रखते हैं. यही नहीं वह बिना किसी पद पर रहते हुए भी अपने इलाके में ढेरों काम किया है. शिक्षा के क्षेत्र में उनका प्रयास सराहनीय रहा है. वह लगातार छात्रों से जुड़े कार्यक्रम करवाते आये हैं और छात्र जागरूकता के लिए काम करते आये हैं. इसके साथ अभिनव ने कौशल विकास के लिए भी लगातार कार्यक्रम आयोजित किकरवाए हैं. यहीं नहीं स्वास्थ्य को लेकर भी अभिनव ने उम्दा काम किया है. एक साल के भीतर उन्होंने 12 से 15 हेल्थ कैंप लगवायें. कई गरीब परिवारों की दिल्ली सरकार की मदद से ऑपरेशन भी करवाने में सहायता की है.
महज 24 वर्ष के अभिनव मिश्रा बड़े ही बेबाकी से हमारे सभी प्रश्नों का जवाब दिया. साथ ही देश हित से जुड़े मुद्दे पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए. प्रस्तुत है अभिनव मिश्रा से किए गए साक्षात्कार का मुख्य भाग :