प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी पत्रकार स्वर्गीय गणेश शंकर विद्यार्थी को हार्दिक श्रद्धांजलि दी गई
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By Raghvendra Mishra Contributors Swarntabh Kumar Anchal Mishra 0
25 मार्च 1931 को सांप्रदायिकता के विरुद्ध लड़ने वाले जुझारू पत्रकार एवं स्वाधीनता आंदोलन के अग्रणी नेता श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की सांप्रदायिक उन्मादियों द्वारा दुखद हत्या की गई थी। भगत सिंह को दी गई फांसी के तीसरे दिन ही हत्या हुई थी। इस अवसर पर उन्हें शत शत नमन एवं हार्दिक श्रद्धांजलि दी गई पार्षद राघवेन्द्र मिश्र द्वारा। बता दे की गणेश शंकर विद्यार्थी ने अनेक कठिनाइयों और अंग्रेजो के उत्पीड़न, अत्याचार, बार बार जेल भेजे जाने के बावजूद भी पत्रकारिता की अलख जगाए रखी। साथ ही भाषाई पत्रकारिता के उच्च मानदंड उन्होंने स्थापित किये, अपने समय की पत्रकारिता को क्रांतिकारी जनोन्मुखी और उद्देश बोध युक्त बनाया। इस मौके पर राघवेन्द्र मिश्र ने कहां की यदि वर्तमान में 5% पत्रकार भी उनके आदर्शों के पर चलने के लिए निष्ठावान हो जाए तो निश्चय ही आज की पत्रकारिता की दिशा और दशा दोनों जनोन्मुख हो सकती है।