कानपुर की औद्योगिक श्रमिक बस्ती और एशिया की सबसे बड़ी लेबर कॉलोनी माना जाने वाले शास्त्री नगर वार्ड का उद्घाटन वर्ष 1952 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के हाथों किया गया था. अक्सर कानपुर नगर निगम एवं श्रमिक विभाग के अंतर्गत इस वार्ड की समस्याओं को लेकर विवाद की खबरें सुनने में आती रहती हैं. मुख्य तौर पर वार्ड 91, शास्त्री नगर श्रमिक विभाग के अंतर्गत ही आता है. वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से राघवेन्द्र मिश्र यहां पार्षद पद पर कार्यरत होकर स्थानीय विकास के कार्यों में सहयोग दे रहे हैं.
स्थानीय जनसांख्यिकी -
अत्याधिक जनसंख्या घनत्व
वाले शास्त्री नगर वार्ड में तकरीबन 50-55 हजार की आबादी का निवास है. जनगणना 2011 के अनुसार यह वार्ड समान्यत: मिश्रित आबादी
वाला क्षेत्र है, जहां साक्षरता दर तकरीबन 85-87 प्रतिशत है. इस क्षेत्र में सरकारी
नौकरी, प्राइवेट नौकरी करने वालों के साथ साथ वार्ड से 4 किलोमीटर की दूरी पर
स्थित फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या भी अच्छी खासी है. साथ ही आय
के प्रमुख स्त्रोत के रूप में यहां बाजार, दुकानें इत्यादि भी मौजूद हैं.
शैक्षिक सुविधाएं –
शास्त्री
नगर वार्ड में गुरु नानक पब्लिक स्कूल, महात्मा गांधी कॉलेज, सरस्वती महिला
महाविद्यालय, सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर, गुरु नानक इंटर कॉलेज आदि मौजूद
हैं, जो बेहतर शिक्षा सुविधा के लिए जाने जाते है. शिक्षा व्यवस्था के लिहाज से यह
वार्ड अन्य वार्डों की तुलना में बेहतर है.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
यदि
वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां अच्छे हॉस्पिटल्स
मौजूद हैं, जिनमें कानपुर ईएनटी हॉस्पिटल, कानपुर मेडिकल सेंटर प्राइवेट लिमिटेड,
गुरु तेग बहादुर अस्पताल, सीएल मेमोरियल हॉस्पिटल एवं मरियमपुर हॉस्पिटल हैं, जो
जनता के लिए अच्छी चिकित्सकीय सुविधाओं का जरिया हैं.
अन्य जनसुविधाएं –
शंकर सिंह बाजार, गल्ला मंडी, लक्ष्मी मार्केट, पुरानी गल्ला मंडी, गांधी लोहा बाजार, गुलाटी मोटर मार्किट आदि मार्केट्स क्षेत्र में प्रमुख मानी जाती हैं, इसके अतिरिक्त स्थानीय सुविधाओं के तौर पर यहां कानपुर महानगर का दूसरा सबसे बड़ा सेन्ट्रल पार्क, जवाहर पार्क, आनंदराव पार्क, शहीद भगत सिंह पार्क इत्यादि भी मौजूद हैं, जो क्षेत्रीय जनता के टहलने एवं मनोरंजन के लिए अच्छे विकल्प हैं. जनता की धार्मिक भावनाओं को पोषित करने के उद्देश्य से वार्ड में गोपाला मंदिर, संतोषी मां मंदिर, मस्जिद विजय नगर, श्री आनंदेश्वर मंदिर, गुरुद्वारा विजय नगर इत्यादि आते हैं. “काली मठिया मंदिर” वार्ड के प्रसिद्द धार्मिक स्थलों में से एक हैं, जहां श्रद्धालु समस्त कानपुर से दर्शन करने पहुंचते हैं.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
श्रमिक बस्ती होने के कारण वार्ड की सबसे बड़ी समस्या यहां बस्तियों में रह रहे निवासियों को मालिकाना हक मुहैया कराना है, जिसके लिए स्थानीय पार्षद निरंतर संघर्ष कर रहे हैं. इस दिशा में निराकरण हेतु वें प्रधानमंत्री जी को पत्र भी लिख चुके हैं. साथ ही सीवरेज, जलभराव और अतिक्रमण की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से हैं.
क्षेत्र में चोक नालों के चलते स्वच्छता व्यवस्था में काफी दिक्कतें पेश आती हैं. इसके अतिरिक्त लोअर गंगा कैनाल से जा रही लाइन अव्यवस्थित होने और उसमें जगह जगह लीकेज के चलते भी सफाई को लेकर दिक्कतें पेश आती हैं, जो विकास कार्यों के मार्ग में एक बड़ी बाधा है. इन सभी समस्याओं को दूर कर वार्ड में स्थानीय सुधार की दृष्टि से विकास कार्य वर्तमान पार्षद द्वारा निरंतर जारी है. वर्तमान कार्यरत पार्षद राघवेन्द्र मिश्रा जी ने काफी प्रयासों से वार्ड में बहुत से विकास कार्य कराए हैं, जिनमें पार्कों का नवीनीकरण, सड़क एवं नाली निर्माण कार्य, पेयजल की सुविधा आदि मुख्य है.