वार्ड 7, शहीद भगत सिंह लखनऊ जिले में आने वाले वार्डों में से एक है, जहां पार्षद की भूमिका में बहुजन समाज पार्टी से
संतराम गौतम जी स्थानीय विकास हेतु कार्यरत हैं. लखनऊ के पिछड़े वार्डों की फेहरिस्त में शुमार शहीद भगत सिंह वार्ड में मिली-जुली जनसंख्या का निवास है. जनगणना 2011 के अनुसार इस वार्ड की आबादी लगभग 20-22,000 है तथा यहां की साक्षरता दर 72 फीसदी के करीब है.
वर्ष 2017 के परिसीमन के अनुसार वार्ड का विस्तार मुख्यत: मटियारी, कान्तीपुरम, आदर्श नगर (आंशिक), हिमसिटी (आंशिक), पीताम्बर विहार, हरदासी खेड़ा, फ़तेहपुरवा, डूडा कॉलोनी, अमराई गांव तक है. साथ ही वार्ड की सीमाएं उत्तर में देवा रोड नगर निगम सीमा गोइला नौबस्ता होते हुए रहमानपुर तक दक्षिणी भाग, दक्षिण में देवा रोड यश प्रापर्टी से मटियारी मुख्य मार्ग होते हुए कोमल नगर, सूर्या सिटी, बुद्ध विहार, तकरोही कंचनपुर मटियारी, रामदीन पुरवा, जय नगर (तकरोही) सन्तपुरम (आंशिक) श्मशान घाट मोड तक उत्तरी भाग, पूर्व में देवा रोड यश प्रापर्टी से देवा रोड पर नगर निगम सीमा तक पश्चिमी भाग तथा पश्चिम में मोहम्मदपुर मजरा से माधव नगर होते हुए सन्तपुरम से मटियारी मुख्य मार्ग तक पूर्वी भाग में फैला हुआ हैं.
स्थानीय निवासियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की बात यदि की जाए तो वार्ड में कुछ प्राइमरी, मिडिल एवं हायरसेकण्ड्री विद्यालय मौजूद हैं. साथ ही कुछ प्राइवेट अस्पतालों, बैंकों, एटीएम, मार्केट्स इत्यादि की सुविधाएं भी वार्ड में मौजूद हैं.
वार्ड की समस्याओं की बात की जाये तो स्थानीय पार्षद के अनुसार शहीद भगत सिंह वार्ड लखनऊ के अन्य वार्डों की अपेक्षा बेहद पिछड़ा हुआ वार्ड है, जिस कारण यहां जनता के सामने मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी समस्याएं काफी अधिक है. यहां बहुत से स्थानों पर सीवर लाइन नहीं पड़ी हैं और जहां सीवर लाइन डाली जा चुकी हैं, उन्हें कनेक्टेड नहीं किया गया है.
साथ ही वार्ड का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा आज भी पूरी तरह अविकसित है, यहां नालियां, सडकें आदि नहीं बनी हैं, जिस कारण स्थानीय जनता को बारिश के मौसम में गंभीर जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है.