वार्ड 68, राजीव नगर नौबस्ता कानपुर का एक अल्पविकसित भूभाग है. वार्ड का विस्तार नौबस्ता मछरिया, कबीर नगर, बाबा मदार नगर, सी ब्लॉक राजीव नगर एवं राजीव विहार का आंशिक भाग आता है. वार्ड के परिसीमन में उत्तर में यशोदा नगर पश्चिमी करमपुर का दक्षिणी भाग, दक्षिणी सीमा में आवास विकास की हाईटेंशन लाइन का उत्तरी भाग, पूर्व में राजीव नगर का पश्चिमी भाग तथा पश्चिम में बजरंगपुरी का पूर्वी भाग सम्मिलित है.
वर्तमान
में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का निर्वहन भारतीय जनता पार्टी से पार्षद श्रीमती
शकुन्तला देवी कर रही हैं और उनके पुत्र सनी जायसवाल पार्षद प्रतिनिधि की भूमिका
में स्थानीय विकास कार्यों में सक्रिय तौर पर जुड़े हैं.
जनसांख्यिकी -
पार्षद प्रतिनिधि के अनुसार तकरीबन 40,000 की आबादी वाले राजीव
नगर नौबस्ता वार्ड में लगभग 30 फीसदी हिंदु तथा 70 फीसदी मुस्लिम वर्ग का निवास
है. यहां की साक्षरता दर तकरीबन 85-87 प्रतिशत है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के
साधनों में व्यापार और लघु उद्योग अधिक है. यह वार्ड मिश्रित आबादी को दृष्टिगोचर
करता है, जिसमें मलिन बस्तियां भी हैं, मध्यम वर्गीय कॉलोनियां भी हैं तथा यशोदा
नगर जैसा सोसाइटी क्षेत्र भी है.
शिक्षा सुविधाएं –
राजीव
नगर नौबस्ता वार्ड में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं हैं, किन्तु यहां बहुत से
प्राइवेट विद्यालय शिक्षा प्राप्त करने के लिए बेहतर माध्यम हैं. शारदा विद्या
मंदिर इंटर कॉलेज, बचपन प्ले स्कूल, एएन अंबेडकर इंटर कॉलेज इत्यादि स्थानीय जनता के
लिए अच्छी शिक्षा का विकल्प प्रस्तुत करते हैं.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
यदि
राजीव नगर नौबस्ता वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां एक
भी सरकारी अस्पताल नहीं है. साथ ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल के अतिरिक्त इस क्षेत्र
में अच्छे प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी उपलब्ध नहीं हैं, जिस कारण स्थानीय निवासियों के
पास विकल्प के तौर पर क्षेत्र के आस पास के हॉस्पिटल्स का रुख करना पड़ता है.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
चूंकि यह वार्ड अभी अधिक विकसित नहीं है, इसलिए यहाँ अधिकतर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, यहां के स्थानीय निवासियों के अनुसार सड़कों और सीवरेज की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से हैं. इसके अतिरिक्त सीवर एवं पाइपलाइन अव्यवस्थित होने के कारण क्षेत्र में जलभराव होता रहता है. वर्तमान पार्षद के द्वारा काफी प्रयासों से गलियों, नालियों, सड़कों एवं इंटरलॉकिंग को लेकर विकास कार्य कराने के साथ साथ मौलिक जन सुविधाओं जैसे विद्यालय, अस्पताल, पार्क इत्यादि को लेकर भी प्रयास अनवरत जारी है.