वार्ड 46, यशोदा नगर पूर्व, कानपुर जिले के दक्षिण हिस्से के अंतर्गत आने वाला प्रमुख व्यवसायिक भूभाग है, जो कानपुर नगर निगम के द्वारा संचालित एक मिश्रित आबादी वाला परिक्षेत्र है. इस वार्ड का विस्तार मुख्यत: शंकराचार्य नगर (आंशिक), गोपाल नगर, सिमरा, करमपुर, जुन्गईपुर, यशोदा नगर ओ ब्लॉक, पी ब्लॉक (आंशिक), सतबरी गांव, स्वर्ण जयंती विहार ब्लॉक 6, 7, 8, न्यू आजाद नगर एवं कोयला नगर (आंशिक भाग) तक है.
वार्ड के परिसीमन की बात की जाये तो यह वार्ड उत्तर
में सीओडी की बाउंड्री के दक्षिणी भाग, दक्षिण में 80 फुट रोड के ब्लॉक से पेट्रोल
लाइन पुलिया होते हुए मछरिया रोड तक, पूर्व में कोयला नगर पुलिस चौकी रोड का
पश्चिमी भाग एवं पश्चिम में काली पूजा चौराहे से बाबा स्वीट हाउस चौराहा होते हुए
प्रताप होटल तक फैला हुआ है. वर्तमान में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का
निर्वहन भाजपा से श्री दिनेश तिवारी जी कर रहे हैं, जो कि वर्ष 2017 से यशोदा नगर ईस्ट वार्ड
से पार्षद
हैं.
क्षेत्रीय जनसांख्यिकी -
तकरीबन 40 हजार की आबादी
वाला यशोदा नगर वार्ड कानपुर जिले के नौवे सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले वार्ड के
तौर पर देखा जाता है. जनगणना 2011 के अनुसार यह वार्ड समान्यत: मिश्रित आबादी
वाला क्षेत्र है, जहां साक्षरता दर तकरीबन 90 प्रतिशत है. इस क्षेत्र में
व्यवसायियों, लघु उद्योग कर्मियों (लगभग 60%) के साथ साथ नौकरीपेशा लोगों का
प्रतिशत भी लगभग 40 फीसदी है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के साधनों के तौर पर
दुकानों की संख्या काफी ज्यादा है.
शैक्षिक सुविधाएं –
यशोदा
नगर क्षेत्र में एक सरकारी विद्यालय, तीन आंगनबाड़ी एवं बहुत से प्राइवेट स्कूल
हैं. बेहतर शिक्षा सुविधा के लिए इस वार्ड में कॉलेज सुविधा भी उपलब्ध है. बचपन
प्ले स्कूल, जे.बी मेमोरियल एकेडमी, किडजी यशोदा नगर जैसे प्लेवे स्कूल्स के साथ
साथ सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, मां गायत्री इंटर कॉलेज, प्रियदर्शिनी
पब्लिक इंटर कॉलेज, उमराई देवी बालिका इंटर कॉलेज, यशोदा इंटर कॉलेज, साक्षीचेता
विद्याभारती एजुकेशन सेंटर इत्यादि महाविद्यालय भी मौजूद हैं, जो अच्छी शिक्षा
उपलब्ध कराते हैं.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
यदि
यशोदा नगर पूर्व वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां
सरकारी नगर निगम का एक अस्पताल है. साथ ही इस क्षेत्र में अच्छे प्राइवेट
हॉस्पिटल्स उपलब्ध हैं, जिनमें मेरीगोल्ड हॉस्पिटल, कबीर हॉस्पिटल प्राइवेट
लिमिटेड एवं कुछ प्राइवेट क्लिनिक्स आते हैं. इसके साथ ही जागृति अस्पताल, मां
गायत्री हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर वार्ड से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ हैं,
जो जनता के लिए अच्छी चिकित्सकीय सुविधाओं का जरिया हैं.
परिवहन सुविधाएं –
एनएच
27 से जुड़ा होने के कारण यशोदा नगर पूर्व वार्ड परिवहन विकास की दृष्टि से अग्रसर
वार्डों में से एक माना जाता है. कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन एवं चंदरी रेलवे
स्टेशन वार्ड के नजदीकतम एवं प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं. साथ ही बजरंग चौराहा बस
स्टॉप, यशोदा नगर बस स्टॉप, गुप्ता बस स्टॉप जैसे बस अड्डों की मौजूदगी दर्शाती है
कि क्षेत्र में परिवहन तंत्र संचालन बेहतर अवस्था में है.
अन्य स्थानीय जनसुविधाएं –
चौरसिया बाजार, लकी बाजार, दुर्गा मार्केट, कृष्ण मार्केट, बाबा मार्केट आदि मार्केट्स क्षेत्र में प्रमुख मानी जाती हैं, इसके अतिरिक्त स्थानीय सुविधाओं के तौर पर यहां तुलसी पार्क, राधा कृष्णा पार्क इत्यादि भी मौजूद हैं, जो क्षेत्रीय जनता के टहलने एवं मनोरंजन के लिए अच्छे विकल्प हैं. जनता की धार्मिक भावनाओं को पोषित करने के उद्देश्य से वार्ड में मां वैष्णों धाम, मानस मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, मछरिया जामा मस्जिद, देवकी नगर हरि मस्जिद, नसीमा मस्जिद इत्यादि आते हैं. “श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर” यशोदा नगर के प्रसिद्द धार्मिक स्थलों में से एक हैं, जहां श्रद्धालु समस्त कानपुर से दर्शन करने पहुंचते हैं.
श्री पातालेश्वर धाम, यशोदा नगर
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
यशोदा
नगर वार्ड के स्थानीय निवासियों के अनुसार सीवरेज की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख
समस्याओं में से हैं. क्षेत्र में नालों और नालियों की कमी के चलते स्वच्छता
व्यवस्था में काफी दिक्कतें पेश आती हैं. इसके अतिरिक्त आमजन सरकारी नियमों को ताक
पर रखते हुए अपने अनुसार नाली निर्माण कार्य कराते है, जो विकास कार्यों के मार्ग
में एक बड़ी बाधा है. इन सभी समस्याओं को दूर कर वार्ड में स्थानीय सुधार की दृष्टि
से विकास कार्य वर्तमान पार्षद द्वारा निरंतर जारी है.
वार्ड विकास कार्य -
वर्तमान कार्यरत पार्षद श्री दिनेश तिवारी जी ने काफी प्रयासों से यशोदा नगर पूर्व में बहुत से विकास कार्य कराए हैं, जिनमें पार्कों का नवीनीकरण, सड़क एवं नाली निर्माण कार्य, पेयजल की सुविधा आदि मुख्य है. साथ ही जल संचयन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पार्षद महोदय के द्वारा वर्षा जल को स्टोर कर पार्कों में उसका उपयोग पाइपलाइन के माध्यम से किया जा रहा है, जो विशेष रूप से सरहानीय प्रयास कहा जा सकता है.