वार्ड 27, नानकारी कानपुर जिले की अकबरपुर लोकसभा के अंतर्गत आने वाली कल्यानपुर विधानसभा का भाग है. नानकारी मुख्यत: मिला जुला क्षेत्र है, जिसमें ग्रामीण और शहरी दोनों ही प्रकार की जनसंख्या का आवास है. वर्तमान में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का निर्वहन भाजपा से श्रीमती निर्मला मिश्रा कर रही हैं, जो निरंतर दो बार से नानकारी वार्ड से पार्षद पद पर रहते हुए जन विकास कार्यों से जुड़ी हुई हैं.
नानकारी
वार्ड के अंतर्गत देवी सहाय नगर (पुरानी एवं नई बस्ती), नानकारी आई.आई.टी, पुरवा सिद्धार्थ
नगर एवं धोबीघाट, माधवपुरम तथा गोवा गार्डन इलाके सम्मिलित हैं. इस वार्ड का परिसीमन मुख्यत: उत्तर में जीटी रोड तक, दक्षिण में आई.आई.टी के पीछे नगर निगम
सीमा तक, पूर्व में कल्यानपुर कलां गोवा गार्डन तक तथा पश्चिम में नगर निगम सीमा
तक विस्तृत है.
जनसांख्यिकी -
जनगणना 2011 के अनुसार तकरीबन 50,000 की आबादी वाले नानकारी
क्षेत्र में 40 फीसदी जनसंख्या ग्रामीण तथा 60 फीसदी शहरी है. यहां का साक्षरता दर
30-40 प्रतिशत है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के साधन मिश्रित हैं, यानि यहां की
जनसंख्या में असंगठित मजदूर वर्ग, प्राइवेट जॉब करने वालों के साथ साथ आस पास की
फैक्ट्रीज में कार्यरत मजदूरों की संख्या भी काफी अधिक है. आई.आई.टी कानपुर से सटे
होने के कारण नानकारी का एक बड़ा वर्ग यहां से जुड़कर नौकरी कर रहा है.
शिक्षा सुविधाएं –
नानकारी
वार्ड में एक सरकारी विद्यालय हैं, परन्तु शैक्षिक व्यवस्थाओं का अभाव होने के
कारण अधिकतर विद्यार्थियों को प्राइवेट विद्यालयों का ही रुख करना पड़ता है. गौर
किया जाए तो कानपुर का यह वार्ड शिक्षा की दृष्टि से बेहद पिछड़ा हुआ है. यहां दो
प्राइवेट विद्यालय स्थित हैं, किन्तु लगभग 50,000 की आबादी में शैक्षिक सुविधाओं का
सीमित होना वार्ड की दयनीय शिक्षा व्यवस्था दर्शाता है.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
यदि
नानकारी क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां सरकारी
चिकित्सा सुविधाओं के नाम पर केवल एक स्वास्थ्य केंद्र ही है, जो वर्ष 2018 में ही
खुला है और मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराता है. इस स्वास्थ्य केंद्र में
अधिक चिकित्सकीय सुविधाओं की अपेक्षा नहीं की जा सकती, साथ ही इस क्षेत्र में प्राइवेट
हॉस्पिटल्स भी उपलब्ध नहीं हैं, जिस कारण स्थानीय निवासियों को आस पास के क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों का रुख करना पड़ता है.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
स्थानीय पार्षद के अनुसार उनके क्षेत्र की सबसे प्रमुख समस्या नानकारी क्षेत्र में स्थित नाला है. जिस के ऊपर लोगों ने अतिक्रमण कर रहने के लिए मकान बनाये हुए हैं. इसी कारण उस नाले की सफाई नहीं हो पाती और आए दिन आमजन को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यायें भी क्षेत्र में काफी अधिक हैं.
पार्षद के अनुसार क्षेत्र में काफी जगह खाली है, जहां पर अच्छे स्वास्थ्य केंद्र, विशाल पुस्तकालय, व पार्क बनवाएं जा सकते हैं परन्तु लोगों के अवैध कब्ज़े के कारण समस्या जस की तस है. इसके अलावा क्षेत्र में नजदीक एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है. छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्राप्त करने के लिए क्षेत्र से 5 किमी दूर जाना पड़ता है. आज शिक्षा के क्षेत्र में देश निरंतर प्रगति कर रहा है लेकिन उनके शिक्षा मार्ग में बहुत सी बाधाएं उत्पन्न होती हैं. लगभग 25,000 की आबादी वाले नानकारी क्षेत्र में आवागमन के लिए जीटी रोड से आईटी के अंदर से सीधा रास्ता नहीं है. इस समस्या के लिए सम्बन्धित अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है.
वार्ड में हुए विकास कार्य –
विगत 10 वर्षों से क्षेत्रीय विकास के लिए प्रयास कर रही स्थानीय पार्षद निर्मला मिश्रा जी ने अपने कार्यकाल के दौरान नानकारी वार्ड में एक बड़े अतिक्रमण वाले क्षेत्र में बुजुर्गों और बच्चों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पार्क का निर्माण कार्य. साथ ही सम्पूर्ण नानकारी से सोडियम लाइट्स हटवाकर एलईडी लाइट्स की व्यवस्था करवाई और सडकों के नवीनीकरण एवं स्थानीय स्वच्छता की दिशा में उन्होंने बहुत से सफल प्रयास किये हैं. पेयजल, निकासी, अधिग्रहण जैसे तमाम क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विकास कार्य निरंतर जारी है, जो स्थानीय निवासियों के समर्थन और अधिकारियों के सहयोग से उचित प्रकार से पूर्ण किये जा सकते हैं.