वार्ड 18, साकेत नगर कानपुर जिले की किदवईनगर विधानसभा का भाग है. कानपुर नगर निगम के द्वारा संचालित साकेत नगर मिश्रित आबादी वाला परिक्षेत्र है, जहां साकेत नगर डब्ल्यु 1, केशव नगर डब्ल्यु ब्लॉक, उस्मानपुर केडीए कॉलोनी, उस्मानपुर गांव एवं नटवनटोला इत्यादि सम्मिलित हैं. वर्तमान में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का निर्वहन भाजपा से श्रीमती रचना त्रिपाठी जी कर रही हैं, जो कि वर्ष 2017 से साकेत नगर वार्ड 18 से पार्षद हैं एवं उनके पति श्री अवधेश त्रिपाठी पार्षद प्रतिनिधि की भूमिका में स्थानीय विकास कार्यों में सहयोग दे रहे हैं.
स्थानीय जनसांख्यिकी -
जनगणना 2011 के अनुसार तकरीबन 20-22,000 की आबादी वाले वार्ड
में मुस्लिम आबादी की बहुलता है, विशेषतौर पर उस्मानपुर कॉलोनी एवं गांव के
अंतर्गत अधिकतर आबादी मुस्लिम वर्ग की ही है. यहां की साक्षरता दर 88-90 प्रतिशत तक
है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के साधन मिश्रित हैं, यानि यहां की जनसंख्या में व्यापारी
वर्ग के साथ साथ असंगठित मजदूर वर्ग, जो छोटे उद्योगों जैसे पतंग बनाना इत्यादि से
जुड़े हैं. साथ ही प्राइवेट जॉब करने वालों की तादाद भी अच्छी खासी
है.
शिक्षा सुविधाएं –
साकेत नगर क्षेत्र में शिक्षा को लेकर जागरूकता काफी अधिक है, जिसके चलते यहां बहुत से
विद्यालय मौजूद हैं. शिवाजी जूनियर हाईस्कूल, गुलमोहर पब्लिक विद्यालय, महात्मा
गांधी इंटर कॉलेज, सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटर कॉलेज, सुभाष स्मारक इंटर कॉलेज आदि
यहां शिक्षा प्राप्त करने के लिए बेहतर माध्यम हैं. साथ ही क्षेत्र में बहुत से
प्राइवेट कोचिंग इंस्टिट्यूट भी उपलब्ध हैं.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
साकेत नगर क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां एक सरकारी
अस्पताल है, जो निर्धन वर्ग के लिए मुफ्त चिकित्सकीय सुविधाओं का विकल्प है, साथ
ही इस क्षेत्र में सुशीला जनरल हॉस्पिटल, एंजल अस्पताल इत्यादि प्राइवेट
हॉस्पिटल्स भी उपलब्ध हैं.
अन्य जनसुविधाएं –
स्थानीय
सुविधाओं के तौर पर यहां सुशीला पार्क, साकेत पार्क, गुलमोहर पार्क, मधुवन पार्क
जैसे पार्क भी उपलब्ध हैं, जो क्षेत्रीय जनता के टहलने एवं मनोरंजन के लिए अच्छे
विकल्प हैं. कानपुर में यह वार्ड मुख्यत: पतंग उत्पादन के क्षेत्र के तौर पर जाना
जाता है.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
स्थानीय निवासियों के अनुसार सीवरेज की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से हैं. वर्ष 1960 में पड़ी लाइन वर्तमान में बेहद खराब अवस्था में है, जिसके चलते आम जन को काफी दिक्कतें पेश आती हैं. साकेत नगर की बसाकत के समय यहां अधिक आबादी नहीं थी, परन्तु आज जैसे जैसे जनसंख्या घनत्व बढ़ा है, पुरानी सीवर व्यवस्थाएं निरर्थक होती जा रही हैं. बरसात में जलभराव भी इस वार्ड की प्रमुख समस्याओं में से एक है. इन सभी समस्याओं के निराकरण की दिशा में स्थानीय पार्षद द्वारा वार्ड में बिजली, स्वच्छता, सड़कों एवं नालियों के नवीनीकरण के साथ साथ अन्य मौलिक जनसुविधाओं को लेकर भी कार्य निरंतर जारी है.