वार्ड 102, बेगमपुरवा, कानपुर जिले की किदवई नगर विधानसभा के अंतर्गत आने वाला दलित क्षेत्र है. यह क्षेत्र मूल रूप से एक अल्पविकसित वार्ड है. वर्तमान में इस क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी का निर्वहन कांग्रेस पार्टी से शाहीन खातून कर रही हैं, जो वर्ष 2017 से इस वार्ड की पार्षद हैं और उनके शौहर मोहम्मद इरफ़ान खान बेगमपुरवा से पार्षद प्रतिनिधि की भूमिका में कार्यरत हैं. वार्ड परिसीमन 2017 के अनुसार यह वार्ड उत्तर में रेलवे कॉलोनी, दक्षिण में लेबर कॉलोनी बाबुपुरवा, पूर्व में सीओडी बाउंड्री तथा पश्चिम में चक 132 बाबुपुरवा के आंशिक भाग तक फैला हुआ है.
जनसांख्यिकी -
जनगणना 2011 के अनुसार तकरीबन 50,000 की आबादी वाले बेगमपुरवा
वार्ड में अधिकतर गरीब जनता का निवास है. यह मुख्यत: दलित क्षेत्र है, जहां मध्यम वर्ग कम तथा निर्धन वर्ग अधिक बसता है. इस क्षेत्र में जीविकापार्जन के साधनों के
तौर पर दुकानों की संख्या काफी अधिक है, इसके अतिरिक्त लोग लघु उद्योगों से भी
जुड़े हैं.
शिक्षा सुविधाएं –
बेगमपुरवा
वार्ड में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है, जिसके चलते निर्धन वर्ग के छात्रों को
दूसरे वार्ड के सरकारी स्कूलों की ओर रुख करना पड़ता है. वार्ड में कुछ प्राइवेट
विद्यालय मौजूद हैं, जो शिक्षा प्राप्त करने के लिहाज से ठीकठाक अवस्था में हैं. कुल
मिलाकर कहा जाये तो बेगमपुरवा वार्ड में शिक्षा व्यवस्था विकसित नहीं है.
स्वास्थ्य सुविधाएं –
यदि
बेगमपुरवा वार्ड में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं पर गौर किया जाएं तो यहां न तो
सरकारी चिकित्सालय मौजूद हैं और इस क्षेत्र में अच्छे प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी
उपलब्ध नहीं हैं, जिस कारण स्थानीय निवासियों के पास विकल्प के तौर पर क्षेत्र के
आस पास के हॉस्पिटल्स का रुख करना पड़ता है. आम जनता को लगभग 12 किलोमीटर की दूरी
तय करके किदवई नगर स्थित अस्पतालों में जाना पड़ता है.
अन्य जन सुविधाएं –
यहां
स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए बकारगंज बाजार मौजूद है, जो स्थानीय तौर पर
काफी प्रसिद्द है, यहां रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए तमाम वस्तुएं मिलती
हैं. साथ ही रहमान बाजार भी खरीददारी का बेहतर विकल्प है. इसके अतिरिक्त धार्मिक क्रियाओं
की पूर्ति हेतु क्षेत्र में बकारगंज मस्जिद. नई मस्जिद, मस्जिद अहेले अदीस हबुबकर
भी मौजूद हैं, जहां त्यौहारों के अवसर पर खासी चहलपहल देखने को मिलती है.
वार्ड की प्रमुख समस्याएं –
चूंकि बेगमपुरवा वार्ड अभी अधिक विकसित नहीं है, इसलिए यहाँ अधिकतर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, यहां के स्थानीय निवासियों के अनुसार पेयजल और सीवरेज की समस्या इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से हैं. साथ ही सफाई कर्मचारियों की कमी होने के चलते क्षेत्र में स्वच्छता व्यवस्था में काफी दिक्कतें पेश आती हैं, रिटायर सफाईकर्मियों के स्थान पर नए कर्मियों की नियुक्ति नहीं होना भी बड़ी परेशानी है.
इसके अतिरिक्त सीवर एवं पाइपलाइन अव्यवस्थित और तकरीबन 50 वर्ष पुरानी होने के कारण क्षेत्र में जलभराव होता रहता है. वर्तमान पार्षद के द्वारा काफी प्रयासों से गलियों, नालियों, सड़कों एवं इंटरलॉकिंग को लेकर विकास कार्य कराने के साथ साथ मौलिक जन सुविधाओं जैसे विद्यालय, अस्पताल, पार्क इत्यादि को लेकर भी प्रयास अनवरत जारी है.