हिन्दू धर्म को वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त कराने वाले स्वामी विवेकानंद एक ऐसे महान हिन्दू संत और समाज सुधारक थे, उन्होंने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी. स्वामी विवेकानंद ने हिन्दू शास्त्रों जैसे वेदों, उपनिषदों, पुराणों, भगवत गीता आदि का गहन अध्ययन किया था, जिसके आधार पर उन्होंने हिन्दू धर्म को विश्व भर में लोकप्रिय किया. शिकागो में दिए गए उनके भाषण को आज भी तर्कसंगत माना जाता है. उनके जन्मदिवस को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. कर्म योग, जनन योग, भक्ति योग, राज योग इनके सबसे प्रसिद्द कार्य हैं. भारत के इस युवा समाज सुधारक के नाम पर ही अयोध्या के वार्ड 34 को स्वामी विवेकानंद का नाम दिया गया है.
सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी सामंजस्य की मिसाल कायम करता यह वार्ड आज भी गंगा-जमुनी तहजीब का प्रदर्शन करता है, जहां दिवाली की जगमगाहट और ईद की रौनक दोनों की झलक दिखाई देती है. स्वामी विवेकानंद वार्ड...जो वर्ष 2017 से पहले फैजाबाद जिले के अंतर्गत आता था, लेकिन योगी सरकार के प्रदेश में आने के बाद फैजाबाद और अयोध्या नगर पालिका को जोड़कर अयोध्या नगर निगम का निर्माण किया गया, जिसमें तकरीबन तीन लाख की आबादी वाले 50 वार्ड को 60 नए वार्ड में विभाजित का दिया गया. इस तरह कभी फैजाबाद नगर परिषद् के 29 वार्ड में से एक स्वामी विवेकानंद वार्ड भी अयोध्या नगर निगम का हिस्सा बन गया.
जुड़वाँ शहर अयोध्या और फैजाबाद की नगर पालिका बोर्ड को समाप्त कर प्रदेश सरकार ने अयोध्या नगर निगम की स्थापना करते हुए यहाँ बनाये गए नए वार्ड का नामकरण क्रांतिकारियों, ऐतिहासिक व्यक्तियों एवं धार्मिक-सांस्कृतिक स्थानों के नाम पर किया है. इसी तर्ज पर भारतीय समाज को एक नयी दिशा देने वाले समाज-सुधारक स्वामी विवेकानंद के नाम पर अयोध्या के वार्ड 57 का नामकरण किया गया. इस वार्ड में स्थानीय विकास की जिम्मेदारी का वहन समाजवादी पार्टी से मुख़्तर जहां कर रही हैं, जो वर्ष 2017 से इस वार्ड में पार्षद रहते हुए क्षेत्रीय विकास का दायित्त्व निभा रही हैं. उनके पति वकार अहमद वार्ड से पार्षद प्रतिनिधि के रूप में विकास कार्यों में उनका हाथ बंटा रहे हैं.
मिली जुली जनसंख्या वाले इस इलाके में वकार अहमद के अनुसार
तकरीबन 10-12,000 की आबादी है और 2500 मतदाता हैं. यहां आने वाले प्रमुख मोहल्लों
में लालबाग, बासमंडी, वजीरगंज आंशिक, नेवातीपुर आंशिक, लाल बाग, लालबाग नई कालोनी, मुरावनटोला जनौरा आदि आते हैं. विवेकानंद वार्ड
से पार्षद प्रतिनिधि वकार जी का कहना है कि उनके वार्ड में शिक्षा से संबंधित काफी
समस्याएं हैं. क्षेत्र में एक भी इंग्लिश मीडियम स्कूल नहीं हैं और जो प्राथमिक स्कूल
क्षेत्र में मौजूद है, वहां अध्यापकों की संख्या बेहद कम हैं. उचित
प्रकार शिक्षा व्यवस्था न होने के कारण बच्चों को शिक्षा प्राप्त नहीं हो पाती.
वार्ड में बहुत से प्राचीन मंदिर व मस्जिद स्थित हैं, यहां गायत्री शक्ति पीठ, लक्ष्मी सागर मंदिर, मस्जिद बाकर अहमद, नुरानी मस्जिद मेवतीपुरा जैसे धार्मिक केंद्र मौजूद हैं.
(लक्ष्मी सागर मंदिर, स्वामी विवेकानंद वार्ड)
बात यदि वार्ड की प्रमुख समस्याओं के बारे में की जाये तो स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि वकार अहमद के मुताबिक उनके वार्ड में बिजली की व्यवस्था अंडर ग्राउंड है. जिस कारण बरसात के समय स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ ही क्षेत्र में सीवर की समस्या बहुत अधिक है. सड़क व गलियां जर्जर हो चुकी है. वर्तमान में निगम लगातार धन के अभाव का हवाला देता रहता है, साथ ही नालियां भी बेहद बदतर स्थिति में हैं. जिसकी वजह से आमजन को जलभराव की स्थिति से रूबरू होना पड़ता है.
References:
http://nagarnigamayodhya.in/pages/hi/topmenu-hi/hi-about-us/hi-ward-mohallas