वाराणसी की वरुणापार जोन का हिस्सा सिकरौल एक मिश्रित जनाबादी वाला इलाका है.
वाराणसी नगर निगम द्वारा संचालित इस वार्ड में मतदाताओं की संख्या तकरीबन 20,000
है और वर्ष 2011 की जनसंख्या गणना के अनुसार यहां की कुल आबादी लगभग 30-35,000 है.
लगभग 1.429 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले सिकरौल के अंतर्गत 27 आवासीय
कॉलोनियां, 4 कमर्शियल इलाके तथा 5 मलिन बस्ती क्षेत्र हैं.
स्थानीय पार्षद के रूप में यहां भारतीय जनता पार्टी से दिनेश कुमार यादव जी
कार्यरत हैं, जो विगत दो बार से इस वार्ड से पार्षद पद पर रहकर जनविकास के क्रम
हेतु प्रयासरत हैं. इस वार्ड में जीविका के साधन मिले जुले हैं, यानि यहां
व्यापारी वर्ग, छोटे लघु-कुटीर उद्योगों से जुड़ी जनता, छोटे व्यापार में संलग्न
लोगों के साथ साथ नौकरीपेशा जनता का भी निवास स्थान है, जिसमें सरकारी एवं
प्राइवेट दोनों ही सेक्टर से जुड़े लोग सम्मिलित हैं.
इस वार्ड में मौजूद आवासीय कॉलोनियों में सिकरौल गांव, वरुण विहार कॉलोनी,
सद्भावना नगर, सिंधु नगर कॉलोनी, कुंज विहार, तिलक नगर, तांगावाली गली, सूफी नगर
इत्यादि आते है तो वहीँ सिकरौल पोखरा, मल्हारी टोला, गिलट बाज़ार सोनकर बस्ती, धोवियाना
सिकरौल यहां मलिन बस्तियों के तौर पर स्थित हैं.
जनता की मौलिक सुविधाओं के तौर पर इस वार्ड में स्कूलों, अस्पतालों, बैंकों,
एटीएम, पार्क, मंदिरों इत्यादि की भी सुविधा हैं. यहां शिक्षा सुविधा के रूप में
निगम द्वारा संचालित जेपी मेहता इंटर कॉलेज, प्राइमरी पाठशाला सिकरौल, प्राइमरी
पाठशाला ठिठोरी महाल तथा प्राइवेट संस्थानों में ब्राइट स्कूल, अविसिंधू स्कूल
इत्यादि भी मौजूद हैं. साथ ही यहां यूपी गर्ल्स कॉलेज, वाराणसी गर्ल्स कॉलेज
इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त करने के लिए अच्छे विकल्पों में से हैं.
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से भी देखें तो यहां बहुत से अस्पताल मौजूद हैं,
जिनमें कुछ वार्ड में तो कुछ वार्ड से सटे हुए हैं. जैसे जैन हॉस्पिटल, प्रसाद
हॉस्पिटल, पांडेयपुर मेंटल हॉस्पिटल जहां वार्ड में स्थित हैं तो वहीँ पंडित दीं
दयाल उपाध्याय सरकारी अस्पताल, भार्गव हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर, ईएसआईसी अस्पताल
वाराणसी अस्पताल वार्ड से कुछ ही दूरी पर स्थित हैं.
धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो इस वार्ड में श्री श्री शक्ति माता मंदिर,
शिव साधना मंदिर, नोना देवी मंदिर, प्राचीन चौरा माता मंदिर इत्यादि मौजूद हैं.
साथ ही इस वार्ड में विकास प्राधिकरण, सदर तहसील, उत्तर प्रदेश विद्युत बोर्ड
ऑफिस, केंद्र जल आयोग, जिलाधिकारी कार्यालय जैसे सरकारी/प्राइवेट कार्यालय भी
मौजूद हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं.
यदि वार्ड में समस्याओं की बात की जाये तो स्थानीय पार्षद के अनुसार यहां सबसे
बड़ी समस्या सीवर लाइन की रही है क्योंकि वरुणापार जोन में कहीं भी सीवर लाइन नहीं
है, किन्तु इस समस्या से निदान के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है और उस पर कार्य
जल्द ही शुरू हो जाएगा. इसके अतिरिक्त विभिन्न मौलिक आवश्यकताओं जसी सड़कों,
गलियों, बिजली, स्वच्छता आदि की व्यवस्था को लेकर विकास कार्य वार्ड में अनवरत
जारी रहते हैं.