मुजफ्फरपुर जिले में आने वाला सकरा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित क्षेत्र है. जो वर्ष 2008 में संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आदेश के अनुसार सकरा और धोली मुरौल सामुदायिक विकास खंड इत्यादि को मिला कर बना है. यह मुजफ्फरपुर जिले और मुजफ्फरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है और संगठन की दृष्टि से यह तीन मंडलों का सम्मिश्रण है -
1. सकरा पश्चिमी मंडल (जिसमें 14 पंचायत क्षेत्र आते हैं)
2. सकरा पूर्वी मंडल (जिसमें 14 पंचायत क्षेत्र आते हैं)
3. मुरौल मंडल (जिसमें 9 पंचायत क्षेत्र आते हैं)
सकरा विधानसभा क्षेत्र में कुल जनसंख्या 2 लाख 58 हजार 600 है और यहां कुल बूथों की संख्या 261 है. जनसंख्या के जातिगत समीकरण की बात की जाए तो यहां 50 हजार अनुसूचित जनजाति, 40,100 कोयरी एवं कुर्मी, 38,000 भूमिहार, 10,300 ब्राह्मण, 30,300 वैश्य, 17,800 यादव, 11,800 राजपूत, 26,600 अति पिछड़ा, 20,000 मुस्लिम, 2000 कायस्थ, 4200 लोहार तथा 7500 अन्य वर्ग निवास करते हैं.
राजनैतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो वर्ष 2005 से 2010 तक सकरा विधानसभा क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड की सत्ता रही है. किन्तु वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में आरजेडी ले लाल बाबू राम यहां से विधानसभा पहुंचे और बीजेपी के अर्जुन राम यहां से रनर अप रहे.