प्रसिद्ध लेखक व महान क्रांतिकारी
राम प्रसाद बिस्मिल स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख क्रांतिकारी व सेनानी रहे हैं.
ऐसे वीर क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल को कौन नहीं जानता? भारत माता का यह सच्चा सपूत मात्र क्रन्तिकारी ही नही अपितु
उच्च कोटि के कवि व साहित्यकार भी थे. उन्होंने 30 वर्ष की आयु में ही भारत माता
की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. इसी वीर क्रांतिकारी के नाम पर
अयोध्या के वार्ड 32 को राम प्रसाद
बिस्मिल के वार्ड का नाम दिया गया है.
सांप्रदायिक सौहार्द और
आपसी सामंजस्य की मिसाल कायम करता यह वार्ड आज भी गंगा-जमुनी तहजीब का प्रदर्शन
करता है, जहां दिवाली की जगमगाहट
और ईद की रौनक दोनों की झलक दिखाई देती है. राम प्रसाद बिस्मिल वार्ड का...जो वर्ष
2017 से पहले फैजाबाद जिले के
अंतर्गत आता था, लेकिन योगी सरकार
के प्रदेश में आने के बाद फैजाबाद और अयोध्या नगर पालिका को जोड़कर अयोध्या नगर
निगम का निर्माण किया गया, जिसमें तकरीबन
तीन लाख की आबादी वाले 50 वार्ड को 60 नए वार्ड में विभाजित का दिया गया. इस तरह कभी
फैजाबाद नगर परिषद् के 29 वार्ड में से एक
राम प्रसाद बिस्मिल वार्ड भी अयोध्या नगर निगम का हिस्सा बन गया.
जुड़वाँ शहर अयोध्या और फैजाबाद की नगर पालिका बोर्ड को समाप्त कर प्रदेश सरकार ने अयोध्या नगर निगम की स्थापना करते हुए यहाँ बनाये गए नए वार्ड का नामकरण क्रांतिकारियों, ऐतिहासिक व्यक्तियों एवं धार्मिक-सांस्कृतिक स्थानों के नाम पर किया है. इसी तर्ज पर भारतीय स्वाधीनता के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल के नाम पर अयोध्या के वार्ड 32 का नामकरण किया गया. इस वार्ड में स्थानीय विकास की जिम्मेदारी का वहन सलमान हैदर कर रहे हैं, जो वर्ष 2017 से इस वार्ड में पार्षद रहते हुए क्षेत्रीय विकास का दायित्त्व निभा रहे हैं.
मिली जुली जनसंख्या वाले इस इलाके में आने वाले प्रमुख मोहल्लों में दिलकुशा, नौगडा आंशिक, मियागंज, इमामबाड़ा राठहवेली आंशिक खवासपुरा आंशिक आदि आते हैं. शिक्षा व्यवस्था के तौर पर इस वार्ड में प्राइमरी स्कूलों के साथ साथ इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, गर्ल्स कॉलेज स्कूल आदि भी आते हैं, जो शिक्षा सुविधा के लिहाज से बेहतर विकल्प हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं की बात की जाए तो वार्ड में काफी सारे प्राइवेट क्लीनिक मौजूद है और एक सामुदायिक चिकित्सा केंद्र हैं परन्तु उसमें बेहतर सुविधाएं नही हैं.
इसके साथ ही वार्ड में
बहुत से प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं, यहां दुर्गा मंदिर, श्री महादेव
मंदिर, हनुमान मंदिर जैसे
धार्मिक केंद्र मौजूद हैं.
बात यदि वार्ड की प्रमुख समस्याओं के बारे में की जाए तो स्थानीय पार्षद सलमान हैदर के अनुसार, अयोध्या नगर निगम के पृथक होने से पहले समस्याएं काफी अधिक थी, किन्तु विगत डेढ़-दो वर्षों से अयोध्या नगर निगम अलग होने के बाद से विभिन्न मुद्दों पर कार्य हुआ है. पहले सड़कों, गलियों, नालियों, पेयजल, बिजली, स्वच्छता इत्यादि मुद्दों से जुडी समस्या वार्ड में काफी अधिक थी, परन्तु वर्तमान सरकार की योजनाओं के द्वारा इन सभी मुद्दों पर कार्य किया जा चुका है.
1. http://nagarnigamayodhya.in/pages/hi/topmenu-hi/hi-about-us/hi-ward-mohallas
4. https://www.jagran.com/uttar-pradesh/faizabad-16096030.html