पवित्र नदियों गंगा, यमुना व सरस्वती के संगम पर बसा प्रयागराज शहर जो हिंदु धर्म के साथ-साथ अन्य धर्मों के लिए भी काफी महत्व रखता है. तीर्थों के महातीर्थ प्रयागराज में प्रत्येक 12 वर्ष में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है.
इस स्थल को प्राचीन काल
से ही प्रयागराज के नाम से ही जाना जाता रहा है. परन्तु मुग़ल सम्राट ने इस शहर को
इलाहाबाद का नाम दिया, इसी वजह से इस शहर को इलाहाबाद के नाम से जाना जाने लगा.
वर्तमान में सरकार द्वारा इसे इसके प्राचीन नाम प्रयागराज के नाम से जाना जाने
लगा.
तो आज बात करते हैं,
प्रयागराज के ओमप्रकाश सभासद नगर द्वितीय वार्ड की,
जो वर्तमान में प्रयागराज नगर निगम का हिस्सा
है. इस क्षेत्र में मिश्रित आबादी का निवास स्थान है तथा सभी के आय के साधन भी
मिश्रित हैं. यहां अधिकतर उच्च वर्ग व दलित वर्ग के लोगों का रहवास है.
ओमप्रकाश सभासद नगर
द्वितीय वार्ड में स्थानीय पार्षद के तौर पर भारतीय जनता पार्टी से मिथिलेश कुमार सिंह कार्य कर रहे हैं और क्षेत्रीय विकास कार्यों में अपनी भूमिका निभा रहे रहे हैं.
वार्ड की विशेषता है दुर्गा मंदिर
प्रयागराज के वार्ड ओमप्रकाश
सभासद नगर द्वितीय में स्थित दुर्गा मंदिर काफी प्राचीन है. इस मंदिर के बारे में
ऐसी मान्यता है कि यह लगभग 100-150 वर्ष पुराना बना हुआ है. दूर-दूर से
श्रद्दालुगण यहां माँ दुर्गा के दर्शन करने आते है. साथ ही नवरात्रि में यहां विशेष
चहल-पहल देखी जाती है.
वार्ड में यदि शिक्षा सुविधा की बात की जाए तो यहां प्राइवेट स्कूल के साथ-साथ इंटर कॉलेज व डिग्री कॉलेज की भी व्यवस्था हैं. स्थानीय पार्षद के अनुसार वार्ड में 90% लोग पढ़े-लिखे व नौकरीपेशा हैं. इसीलिए शिक्षा के लिहाज से वार्ड बेहतर माना जा सकता है.
वार्ड में स्वास्थ्य सुविधा के लिए क्षेत्र से सटा हुआ ही स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र है, वहां सभी वर्ग-समुदाय के लोग चिकित्सा व दवाइयों की सुविधा प्राप्त करते हैं. साथ ही वार्ड से 4-5 किलोमीटर की दूरी पर ही कॉल्विन व डफ़रिन हॉस्पिटल भी है.
स्थानीय पार्षद मिथिलेश
कुमार सिंह के अनुसार वार्ड में आबादी के हिसाब से ट्यूबवेल की संख्या कम है, इसी कारण कभी-कभी पेयजल की समस्या क्षेत्र में हो जाती है.
References:
http://allahabadmc.gov.in/documentslist/Mohalla-ward-list.pdf