प्रभु श्री राम की
जन्मस्थली होने के कारण अयोध्या को हिन्दुओं की प्रमुख तीर्थस्थली एवं सप्तपुरियों
में से एक माना जाता है. सरयू नदी के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या एक धार्मिक एवं
ऐतिहासिक नगरी है. अयोध्या नगरी केवल
हिन्दुओं के लिए ही नही अपितु प्रत्येक धर्म के लोगों के लिए धार्मिक नगरी मानी
जाती है. एक ओर यहां यहां मंदिर-मस्जिद भी है, तो दूसरी ओर
अयोध्या में गुरूद्वारे भी मौजूद है, जिससे यहां की
सांप्रदायिक सौहार्द का भी ज्ञात होता है.
बात करते है, प्राचीन नगरी अयोध्या एक वार्ड मणिरामदास छावनी वार्ड की, जो मुख्यतः सामान्य आबादी वाला वार्ड माना जाता है. स्थानीय पार्षद के अनुसार इस वार्ड में लगभग 7,000 की आबादी का रहवास है और यहां मतदाताओं की संख्या 5,000 है. यहां की आबादी भी लगभग मिश्रित ही है और चूंकि यहां मिश्रित आबादी का रहवास है तो जाहिर सी बात है कि यहां के निवासियों के जीवकोपार्जन का साधन भी मिश्रित ही होगा. यहां नौकरीपेशा व छोटे-छोटे व्यवसाय मे संलग्न दोनों ही तरह की आबादी निवास करती है. पार्षद के तौर पर लक्ष्मी सिंह कार्यरत हैं, और उनके पुत्र अलोक कुमार यादव पार्षद प्रतिनिधि के रूप में स्थानीय विकास की जिम्मेदारी में अपनी माता का सहयोग कर रहें हैं.
वार्ड में यदि मौलिक
सुविधाओं की बात की जाए तो क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा के रूप में कुछ संख्या
में प्राइवेट क्लिनिक्स मौजूद है. इसके अतिरिक्त यहां एक सरकारी अस्पताल भी है, जो मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराता है.
शिक्षा सुविधा के रूप में
देखा जाए तो यह वार्ड अन्य वार्डों की अपेक्षा अधिक विकसित है, यहां 4 इंटर कॉलेज है और साथ ही प्राइमरी विद्यालय भी
क्षेत्र में मौजूद हैं. इसके अतिरिक्त काफी संख्या में प्राइवेट स्कूल भी वार्ड
में है, तो वार्ड में शिक्षा व्यवस्था बेहतर कही जा सकती है.
क्षेत्र की मुख्य
समस्याओं पर स्थानीय पार्षद के अनुसार आज से 25 वर्ष पूर्व क्षेत्र में इस प्रकार विकास
कार्य नहीं हुए थे, जो अब हुए हैं. पहले उनके क्षेत्र में सड़को, सीवर व पेयजल की काफी समस्या थी तथा लोगों को इन समस्याओं से बहुत परेशानी
होती थी. वहीं उनके अनुसार बिजली व्यवस्था भी सुचारू नही थी.
इस बार पूरे अयोध्या में बेहद ऐतिहासिक कार्य हुए हैं. वर्षों से अधूरे पड़े कार्य अब पूरे होने की स्थिति में हैं. जिन इलाकों में वाटर लाइन व सीवर लाइन नहीं थी, आज वहां सभी विकासात्मक कार्य किए जा चुके हैं और कुछ कार्य जो बचे हैं, उन पर निरंतर कार्य चल रहा है.