जोकीहाट विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र बिहार के 243 विधान सभा क्षेत्रों में से 50वें नंबर पर आने वाला क्षेत्र है और यह अररिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भाग है, जिसमें अररिया के साथ साथ नरपतगंज, रानीगंज, फोर्ब्सगंज, सिकती और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र आते हैं. मूलतः जोकीहाट अररिया जिले का हिस्सा है. अररिया में स्थित होने और कोसी, सुवाडा, काली, परमार आदि नदियों के बाढ़ क्षेत्र में होने के चलते जोकीहाट के बहुत से गांवों प्रतिवर्ष बाढ़ का सामना करते हैं.
अररिया जिले से जुड़ा एक बेहद रोचक तथ्य है. ब्रिटिश काल में अररिया जिले के अंतर्गत ब्रिटिश सैनिक एजे फोर्ब्स का आवासीय क्षेत्र हुआ करता था, जिसे (रेजिडेंशियल एरिया) आर एरिया के नाम से जाना जाता था. समय के साथ साथ इसका नाम बदलते बदलते अररिया हो गया. हालांकि पूर्ण जिले का गौरव अररिया को जनवरी 1990 में मिला, जब यह प्रशासनिक जिला बनाया गया.
वर्ष 2015 में यहां हुए विधानसभा चुनावों में जनता दल यूनाइटेड से सरफ़राज आलम यहां से विधानसभा पहुंचे थे और विधायक के तौर पर वह तीन बार इस सीट पर विजयी हुए हैं. किंतु अररिया लोकसभा चुनावों में उनके सांसद पद पर विजयी होने के बाद सरफराज़ आलम ने यहां से इस्तीफ़ा दे दिया और जोकीहाट विधानसभा सीट खाली हो गयी. वर्ष 2018 में यहां उपचुनाव का आयोजन किया गया., जिसमें आरजेडी के प्रत्याशी शहनवाज आलम से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जेडीयू के मुर्शीद आलम को 41,224 मतों के अंतर से हराते हुए जोकीहाट की सीट पर जीत हासिल की.