वार्ड 60, गीतापल्ली लखनऊ जिले के अंतर्गत आने वाला एक
मिश्रित आबादी वाला परिक्षेत्र है. जिसमें पार्षद के तौर पर वर्ष 2017 से अरविंद यादव जी कार्यरत हैं. जनगणना 2011 के अनुसार इस वार्ड की आबादी लगभग 18-20,000 है तथा यहां की साक्षरता दर 78 फीसदी के लगभग है. जीविकापार्जन के तौर पर इस
वार्ड में छोटे-छोटे व्यापारों से जुड़े लोगों की संख्या अधिक है.
यदि वार्ड के परिसीमन की
बात की जाए तो पकरी, हसनापुर आंशिक, मुस्लिम नगर, विशेश्वर नगर आंशिक, गीतापल्ली, कृष्णापल्ली, सैनिक नगर ये सभी इलाके गीतापल्ली वार्ड के अंतर्गत शामिल हैं. गीतापल्ली की सीमाएं उत्तर हसनापुर तिराहे से
जिला कारागार (इको गार्डेन) बाउण्ड्री तक दक्षिणी भाग तक, दक्षिण में पकरी पुल से वी.आई.पी. मार्ग मजार तक, पूर्व में कृष्णा पल्ली
मार्ग मजार तक पश्चिमी भाग तक तथा पश्चिम में लोक भारती स्कूल हसनापुर तिराहे के पूर्वी
भाग तक फैली हुई हैं.
गीतापल्ली वार्ड में कुछ
संख्या में प्राइवेट स्कूल व कोचिंग सेंटर मौजूद हैं. जिनमें लोक भारती पब्लिक
स्कूल, दशमेश पब्लिक स्कूल इत्यादि मौजूद हैं. यदि
डिग्री कॉलेज की बात की जाए तो इस वार्ड में इंटर व डिग्री कॉलेज नही है. जिस कारण
छात्र-छात्राओं को वार्ड से कुछ किलोमीटर दूर स्थित कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने
के लिए जाना पड़ता है. स्वास्थ्य सुविधाओं के दृष्टिकोण से वार्ड में कुछ प्राइवेट
हॉस्पिटल व नर्सिंग होम भी मौजूद हैं. जिनमें धर्मेश चेरिटेबल मेडिकल सेंटर, अजन्ता हॉस्पिटल जैसे अस्पताल शामिल हैं.
स्थानीय सुविधाओं के तौर
पर वार्ड में इको गार्डन, तुलसी पार्क व बूटनाथ फिश मार्केट जैसे बाज़ार भी मौजूद
हैं, जो क्षेत्रीय जनता के टहलने एवं खरीददारी के लिए अच्छे
विकल्प हैं. जनता की धार्मिक भावनाओं को पोषित करने के उद्देश्य से वार्ड में माँ
काली मंदिर, महादेव मंदिर जैसे कुछ मंदिर भी वार्ड में मौजूद हैं.
पार्षद जी के अनुसार यह वार्ड मूल रूप से लखनऊ के निचले इलाकों में आता है, जिसमें सबसे बड़ी समस्या जलभराव की है और बरसात के समय यह समस्या और भी विकराल हो जाती है. यहां की सड़कें तालाब के रूप में परिवर्तित हो जाती है. साथ ही स्वच्छता, पेयजल, बिजली आदि से जुड़ी समस्याएं भी वार्ड में काफी अधिक हैं. इन सभी समस्याओं से आमजन को निजात दिलाने के लिए वह प्रयासरत हैं.