गढ़वासी टोला वार्ड, वाराणसी के कोतवाली
जोन एवं चौक सबजोन के अंतर्गत आता है. इस वार्ड में मिश्रित आबादी का निवासस्थान
है और वर्ष 2011 की जनगणना के
अनुसार यहां की आबादी लगभग 11,274 है.
इस वार्ड में आने वाले
प्रमुख मोहल्लों में सुग्गा गली, कपूरिया गली, नंदन साहू लेन, मोदी कटरा, सुदिया इत्यादि सम्मिलित
हैं. इसके अतिरिक्त बांस फाटक, निछी बाग, मणिकर्णिका गेट, मणिकर्णिका घाट, तथेरी बाज़ार इत्यादि इलाके यहां के कमर्शियल एरिया में आते
हैं.
यहां पार्षद के तौर पर संतोष शर्मा कार्यरत हैं, जो वर्ष 2017 से जन प्रतिनिधि के रूप में स्थानीय विकास
कार्यों में संलग्न हैं. इस वार्ड में जीविका के साधन मिले जुले हैं, अथार्त यहां व्यापारी वर्ग, छोटे लघु-कुटीर उद्योगों से जुड़ी जनता, छोटे व्यापार में संलग्न लोगों के साथ साथ
नौकरीपेशा जनता का भी निवास स्थान है, जिसमें सरकारी एवं प्राइवेट दोनों ही सेक्टर से जुड़े लोग सम्मिलित हैं.
यहां प्रमुख स्थलों में मणिकर्णिका घाट, विश्वनाथ मंदिर व नीलकंठ इत्यादि आते हैं. मणिकर्णिका घाट के बारे में ऐसी मान्यता है कि यह वाराणसी के 84 प्रसिद्ध घाटों में से एक है. यहां पर मृत्यु प्राप्त होने के पश्चात जिस व्यक्ति का दाह संस्कार किया जाता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.
इसके अतिरिक्त इसी घाट पर
मगध के राजा ने शिवजी व दुर्गा माता का मंदिर बनवाया था, तो दूर-दूर से लोग इन मंदिरों के दर्शन करने भी यहां आते
है. इस घाट को प्रसिद्ध घाट इसलिए भी माना जाता है क्योंकि यहां चिता की आग कभी भी
ठंडी नही होती.
जनता की मौलिक सुविधाओं के तौर पर इस वार्ड में विद्यालय, अस्पताल, बैंक, एटीएम, पार्क, मार्केट इत्यादि की सुविधा है. शिक्षा सुविधा के रूप में यहां प्राइवेट स्कूल भी मौजूद हैं, जिनमें सरस्वती इंटर कॉलेज, गोल्डन ग्लोरी स्कूल, प्राइमरी गवर्नमेंट स्कूल, प्राथमिक विद्यालय इत्यादि हैं.
वार्ड की प्रमुख समस्याओं
की बात की जाये तो यहां घाट व प्रसिद्ध मंदिर होने के कारण ज्यादा समस्याएं नही
हैं. कोई भी समस्या यहां उत्पन्न होने पर उस पर तुरंत कार्यवाही की जाती है. जैसे
सड़क व लाइट इत्यादि से संबंधित कोई भी समस्या होने पर उसके निवारण की उचित
व्यवस्था की जाती है.