अयोध्या जनपद का नगरीय
क्षेत्र अयोध्या नगर निगम के अंतर्गत सम्मिलित है. प्राचीन समय में साकेत, कौशल देश अथवा कौशलपुरी के नाम से जानी जाने
वाली अयोध्या को प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली के रूप में देखा जाता है और यह
हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. इसके साथ ही यहां हिंदुओ
के साथ-साथ मुस्लिम व अन्य धर्मों के लोगों का भी निवासस्थान है.
तो आइए बात करते हैं अयोध्या
नगरी के बेगमगंज गढ़ैया वार्ड की, जो वर्ष 2017 से पहले फैजाबाद जिले के अंतर्गत आता था, किन्तु योगी सरकार के प्रदेश में आने के बाद फैजाबाद
और अयोध्या नगर पालिका को जोड़कर अयोध्या नगर निगम का निर्माण किया गया, जिसमें तकरीबन तीन लाख की आबादी वाले 50 वार्ड को 60 नए वार्ड में विभाजित का दिया गया. इस तरह कभी फैजाबाद नगर
परिषद् के 29 वार्ड में से एक कंधारी
बाज़ार वार्ड भी अयोध्या नगर निगम का हिस्सा बन गया.
लगभग 6000 की आबादी वाले बेगमगंज गढ़ैया वार्ड में
स्थानीय पार्षद इशरत जहां पार्षद पद पर कार्यरत हैं, इसके साथ ही
उनके पति कफील अहमद क्षेत्र के विकास कार्यों में उनका सहयोग कर रहे हैं. कफील
अहमद के अनुसार वर्ष 2017 में उनके वार्ड
में मतदाताओं की संख्या 3,500 थी. देखा जाए तो इस वार्ड में मुस्लिम आबादी की
बहुलता है, परन्तु यहां अन्य वर्ग के लोग भी निवास करते है. अतः यहाँ की आबादी मिश्रित
कही जा सकती है.
मिश्रित आबादी वाले इस क्षेत्र
में बेग़मगंज गढ़ैया, पनाह का हाता, मोची टोला, ककरही बाज़ार आंशिक इत्यादि मौहल्ले शामिल हैं. इस क्षेत्र
में सबसे अधिक बस्तियों की संख्या है और साथ ही वहां मौलिक सुविधाओं का काफी अभाव
भी है. बेगमगंज गढ़ैया वार्ड इससे पूर्व घनी आबादी वाला वार्ड था, किन्तु अब इसे दो भागों में विभाजित कर दिया गया है.
यदि बात की जाए यहाँ कि शिक्षा
व्यवस्था की तो वार्ड में एक भी स्कूल मौजूद नही है. यहां न प्राइवेट स्कूल है और
न ही सरकारी, इसी कारण इस क्षेत्र में
शिक्षा का स्तर बेहद नीचे है. वार्ड में केवल एक मदरसा है. स्वास्थ्य सुविधा के
रूप में यहां प्राइवेट अस्पताल व क्लीनिक भी मौजूद नही हैं. परन्तु एक स्वास्थ्य
केंद्र यहां मौजूद है, जो प्रारम्भिक चिकित्सा
के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है.
बात की जाए यदि वार्ड की
प्रमुख समस्याओं की तो स्थानीय समस्याओं में पार्षद प्रतिनिधि कफील अहमद के अनुसार क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बरसात के
समय नालों द्वारा जलभराव की है. जिस पर निरंतर कार्य किया जा रहा है और कुछ हद तक
यह समस्या पहले से बेहतर भी हो चुकी है.
References:
1. http://nagarnigamayodhya.in/pages/hi/topmenu-hi/hi-about-us/hi-ward-mohallas
2. http://www.ayodhyasamachar.com/singleDisplayNewsWithPhoto.php?id=15707