वार्ड 100, अशर्फाबाद लखनऊ जिले के अंतर्गत आने वाला एक
मिश्रित आबादी वाला परिक्षेत्र है. जिसमें पार्षद के तौर पर वर्ष 2017 से आफताब आलम जी कार्यरत हैं. जनगणना 2011 के अनुसार इस वार्ड की आबादी लगभग 15-20,000 है तथा यहां की साक्षरता दर 75 फीसदी के लगभग है. जीविकापार्जन के तौर पर इस
वार्ड में छोटे-छोटे व्यापारियों व दुकानदारो की संख्या अधिक है.
यदि वार्ड के परिसीमन की
बात की जाए तो जौहरी मौहल्ला, फिरंगी महल, दलाली मौहल्ला, टक्साल, सराय बास, कटरा हैदर हुसैन, सराय बीच शाहगंज, खोखी टोला, गली मीर माता, हाता संगी बेग
ये सभी इलाके अशर्फाबाद वार्ड के अंतर्गत शामिल हैं.
अशर्फाबाद वार्ड की
सीमाएं उत्तर में चरक पैथोलॉजी से चौक कोतवाली का पिछले हिस्से तक, दक्षिण में गिरधारा सिंह इंटर कॉलेज के पीछे से सरकटा नाले तक, पूर्व में तुलसीदास
मार्ग चरक चौराहे से बाग खाले का पिछले हिस्से तक, पश्चिम में पुल
गुलाम हुसैन से सरकटा नाले से गिरधा सिंह स्कूल तक फैली हुई हैं.
अशर्फाबाद वार्ड में कुछ
संख्या में प्राइवेट स्कूल व कोचिंग सेंटर मौजूद हैं. जिनमें सिटी मोंटेसरी
विद्यालय व भारत विद्यालय जैसे स्कूल मौजूद हैं. यदि डिग्री कॉलेज की बात की जाए
तो इस वार्ड में इंटर व डिग्री कॉलेज भी मौजूद है. जिनमें गिरधारी सिंह इंटर कॉलेज
व यशोदा गर्ल्स इंटर कॉलेज जैसे कॉलेज सम्मिलित हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं के
दृष्टिकोण से वार्ड में कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिंग होम भी मौजूद हैं. जिनमें शिफा
हॉस्पिटल व वत्सला हॉस्पिटल जैसे हॉस्पिटल जैसे अस्पताल वार्ड में मौजूद हैं.
स्थानीय सुविधाओं के तौर
पर रामलीला ग्राउंड, नौबस्ता पार्क जैसे पार्क व समराह सुपर मार्केट जैसी
मार्केट्स भी मौजूद हैं, जो क्षेत्रीय जनता के टहलने एवं खरीददारी के
लिए अच्छे विकल्प हैं. जनता की धार्मिक भावनाओं को पोषित करने के उद्देश्य से
वार्ड में गौरी शंकर मंदिर व हनुमान शिव जैसे कुछ मंदिर भी वार्ड में मौजूद हैं.
उनके वार्ड में सड़कों की व
सीवर की स्थिति काफी दयनीय थी. उन्होंने पार्षद चुने जाने के बाद वार्ड में इन
मूलभूत समस्याओं पर कार्य कराया.