सुमित अग्रवाल एक सामाजिक कार्यकर्ता है, और समाज के लिए लगातार कार्य रहे हैं। बात नगर की हो या क्षेत्र की सुमित समाज के कार्यो में जुटे रहते हैं। इसके साथ ही वह कई संगठन जो कि समाज के प्रति सोचती है और समाज के लिए कार्य करने को तत्पर है। उनके साथ जुड़कर गरीब लोगों के जीवन में खुशहाली लाई जा सके उसके लिए प्रयासरत रहते हैं। जिससे लोगों में जागरूकता बढ़े और राजनीतिक परिवर्तन आये। मगर इसके साथ ही वह अपनी सामाजिक सरोकार वाली भूमिका से पीछे नहीं हटते वह लगातार अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं।
सुमित बिना किसी पद के भी समाज के लिए कुछ नया करते रहते हैं। बात अगर शिक्षा की हो तो उनका प्रयास सराहनीय रहा है. वह लगातार छात्र-छात्राओं को जागरूकता और छात्रों से जुड़े कार्यक्रम करवाते आयें हैं। यहीं नहीं स्वास्थ्य को लेकर भी सुमित ने बेहतर कार्य किया है. साल भर के अंदर उन्होंने 05 से 08 हेल्थ कैंप लगवायें हैं। जिसमें 150 से 200 लोगों का निशुल्क परीक्षण किया गया था।
समाज के लिए कुछ करने की ख्वाहिश लिए सुमित पर बहुत बड़ा दायित्व है. वह सिर्फ नगर की ही बात नहीं करते बल्कि देश की बात करते हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण आदि जैसे मुद्दों पर वह काफी संजीदा और गंभीर हैं, वह सोच से बेहद प्रगतिशील नजर आते हैं. उनके सामने कई चुनौतियां हैं मगर समाज के लिए कुछ करने की चाहत उससे कहीं ज्यादा है।
समाज के प्रति कुछ करने की चाहत और बातों में दिख रहे जुझारूपन को हमने और भी करीब से जानने और समझने की कोशिश की. हमने सुमित से कई मुद्दों पर बातचीत की और उनके विचार जानने की कोशिश की. हमसे बातचीत के दौरान उन्होंने सारे मुद्दों पर अपने स्पष्ट विचार रखें.
सुमित अग्रवाल मानना है कि आज समाज में एक अहम मुद्दा है कि आम जनता और प्रशासन के बीच एक गैप है जिसके लिए उन्होंने एक बीड़ा उठाई कि वह आम लोगों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाएंगे और जिसके लिए वह लगातार कार्य कर रहे हैं. आम लोगों की पहुंच प्रशासनिक स्तर पर नहीं होती है और ऐसे में आपके लिए कार्य करना और समस्याओं का समाधान ढूंढना काफी मुश्किल हो जाता है. इसीलिए यह जरूरत थी कि प्रशासनिक स्तर पर पहुंचा जाए जिससे समस्याओं के समाधान की दिशा में ले जाया जा सके. इसके साथ ही यह भी मानते हैं कि राजनीति में शिक्षित लोगों का आना अति आवश्यक है. वह मानते हैं कि राजनीति में भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए शिक्षित व्यक्तियों को आगे आना होगा
उनकी नजर में कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिसको जल्द से जल्द समाधान की दिशा में ले जाना आवश्यक है. क्षेत्र पर आधारित मुद्दे में वह सफाई की बड़ी समस्या देखते हैं और इसलिए उनका मानना है कि सफाई पर हमें आज खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी पहल में सुमित अग्रवाल ने एक सामाजिक संगठन सहयोग के नाम से बनाकर सड़क के सहारे लगाने वाले दुकानदारों को डस्टबिन भी बांटे।
इसके साथ ही इनका मानना है कि शिक्षा के स्तर को सरकारी स्कूलों में बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए उन्होने सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को पेंसिल, नोटबुक आदि बांटने का कार्य भी किया है। उनका मानना है कि आज शिक्षा का व्यवसायिकरण हो गया है और सरकार को चाहिए कि एक सख्त शिक्षा नीति बनाई जाए जिससे सभी के लिए शिक्षा आसान हो सके।
अपनी इन राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के अलावा वह अपने परिवार को भी पूरा समय देते हैं आप बखूबी उनका ख्याल रखते हैं.