-
श्री नरेन्द्र मोदी जी की विजय आशातीत थी और इसका कारण समझना काफी आसान है. राजनितिक मुद्दों में जब मीडिया वाले लोगों को उलझा रहे थे, जब कोलाहल
-
हालांकि इस बार
समय चुनावी था; फिर भी प्रज्ञा
ठाकुर का बयान, गोडसे को
प्रतिष्ठित करने की एक और कोशिश तो थी ही। गोडसे एक प्रतीक है, सांप्रदायि
-
जब यूरोप अपने
पुनर्जागरण के प्रारंभिक समय में था, अमेरिका के साम्राज्य में
लगभग 60 मिलियन से अधिक की जनसंख्या का जमावड़ा हुआ करता था, किन्तु
-
"मुगल काल में भारत इतना धनी था कि लंदन, पेरिस, मैड्रिड, रोम, मिलान भी एक साथ मिलकर उसकी समृद्धि के मुकाबले में कहीं खड़े नहीं थे. अंग्रेज इसी