शामली के वि. वि इंटर कॉलेज में जिला विज्ञान क्लब के द्वारा निर्मल हिंडन जैव विविधता गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत निर्मल हिंडन अभियान से जुडी सभी योजनाओं का संचालन करने की बात रखी गयी. निर्मल हिंडन जिला समिति के तत्वाधान में गठिन किया गया निर्मल हिंडन जन जागरूकता व जैव विविधता समूह शामली के डीएम श्री इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में क्रियान्वित किया गया. इस समिति में जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों के प्राधानाचार्यों व वैज्ञानिक समुदायों की उपस्थिति दर्ज की गयी.
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में प्रधानाचार्यों व अन्य सम्मिलित अथितियों को पर्यावरण के प्रति सचेत करते हुए कहा कि, " हिंडन व उसकी सहायक नदियों के बेसिन तथा आस पास के इलाकों में जीवों की तकरीबन 300 किस्में पाई जाती थी, जो अब लगभग विलुप्त हो चुकी हैं. केवल यही नहीं, बल्कि नदी किनारों से सटे लगभग 15 गांवो में पीने योग्य जल भी नहीं है. और बाकी गांवों की हालत भी बदतर है, जहां प्रदूषित जल कैंसर जैसे असाध्य रोग उत्पन्न कर रहा है. जब मनुष्य प्रदूषित नदी जल से इतने प्रभावित हो रहे हैं, तो पशु-पक्षी इससे अछूते कैसे रह सकते है. इस प्रदुषण से फ़ूड चेन बुरी तरह प्रभावित हो रही है और पर्यावरणीय असंतुलन उत्पन्न हो रहा है. "
इस कार्यक्रम में शामली जनपद के वैज्ञानिक, कला वर्ग, युपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड, आईसीएससी बोर्ड, संस्कृत बोर्ड एवं अरबी-फारसी बोर्ड से जुड़े प्राधानाचार्यों को निमंत्रित किया गया था. संगोष्ठी में जाने माने वैज्ञानिक एवं पर्यावरणविद प्रो. उमर सैफ ने कृष्णी, हिंडन, काठा, यमुना व मामौर झील से सम्बन्धित जैव विविधता पर प्रकाश डाला. उन्होंने सभा में मौजूद सभी अथितियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया.
जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक वी. आर. गुलाटी द्वार प्रतियोगिता के विभिन्न भागों की विस्तृत जानकारी दी गयी एवं शामली के सभी प्राध्यापकों व विद्यार्थियों से अनुरोध किया गया कि वें जैव विविधता तथा नदी जल संरक्षण से जुडी इस मुहिम में अपना हार्दिक योगदान देकर पर्यावरण के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदरी का निर्वहन करें.